Robotic Knee Surgery: घुटनो का असरदार और कम दर्द वाला इलाज़

June 16, 2023

 Robotic Knee Surgery: बढ़ती उम्र के साथ साथ कई बीमारियां ऐसी हैं जो परेशान करने लगती हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक हैं घुटने की दर्द (knee pain)। यह दर्द ऐसी हैं जो हर किसी ने अपने जीवन में कभी न कभी तो झेली ही होगी। ऐसा नहीं है की यह बीमारी सिर्फ उम्रदराज़ लोगों को ही होती है। यह समस्या किसी को भी दर्द (pain in knees) का एहसास करवा देती है लेकिन मुख्यत: यह समस्या बड़ी उम्र के लोगों को ज्यादा होती है। इस घुटनो की दर्द के कारण कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो की आगे चलकर जीवन की गुणवत्ता भी प्रभावित करता है। 

 

 

अगर इस घुटने की दर्द का इलाज़ (knee pain treatment) करवाने हम अस्पताल जाएं तो डॉक्टर पहले तो पेन किलर दे देता है लेकिन जब यह दर्द ठीक नहीं होती तो फिर एक ही उपाय बचता है और वो है टोटल नी रिप्लेसमेंट या फिर पार्शियल नी रिप्लेसमेंट (total knee replacement or partial knee replacement)। आजकल इस इलाज को सबसे बढ़िया और प्रभावशाली माना जाता है। पहले तो डॉक्टर खुद इस इलाज को करते थे लेकिन अब रोबोट (robot knee surgery) की मदद से सर्जरी को किया जा रहा है। आइये इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं की यह रोबोटिक नी सर्जरी क्या है और इसके फायदे क्या हैं।  



क्या है रोबोटिक नी सर्जरी (What Is Robotic Knee Surgery)

 

विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली है और इसका असर चिकित्सा क्षेत्र में भी दिखाई दे रहा है। इसके साथ साथ ऑटोमेशन ने तो इस तरक्की को और ऊंचाइयों पर ला दिया है। नई तकनीक की बदौलत आज मेडिकल लाइन में ऐसे उपकरण हैं जिनकी मदद से बड़े से बड़े ऑपरेशन भी कुछ घंटों में किए जा रहे हैं। रोबोटिक घुटने की सर्जरी भी इन्हीं तकनीकों में से एक है जिसका इस्तेमाल घुटने के प्रत्यारोपण (knee replacement) में किया जा रहा है। कहने को तो ये एक मशीन ही है लेकिन यह घुटने की सर्जरी की सुविधा को बेहतर बनाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। रोबोट द्वारा घुटने की सर्जरी (robot surgery for knee) का यह मतलब नहीं है की सिर्फ अकेला रोबोट ही इस सर्जरी को अंजाम देता है। ऐसा बिलकुल भी नहीं है। इस सर्जरी के दौरान डॉक्टर के हाथ में पूरा कण्ट्रोल रहता है। 

 

रोबोट द्वारा घुटने की सर्जरी भी दो तरह की है - पहली है आंशिक नी रिप्लेसमेंट यानि की पार्शियल नी रिप्लेसमेंट और दूसरी है टोटल नी रिप्लेसमेंट यानि की पूरा घुटना बदलना। पार्शियल नी रिप्लेसमेंट में घुटने में प्रभावित अंग को काट कर नए लगा दिए जाते हैं। इस तरह की नी रिप्लेसमेंट ऑस्टियोआर्थराइटिस के मरीज़ों के लिए बेहतर है। 

 

किन बीमारियों के लिए फायदेमंद हैं 

 

हर किसी को घुटने की दर्द में घुटने बदलने की जरूरत नहीं होती। घूटने बदलने की जरुरत उन लोगों को पड़ती है जिन्हें गंभीर गठिये की बीमारी हो या फिर कोई पुरानी घुटनों की चोट हो जिस वजह से उन्हें चलने फिरने में तकलीफ होती हो। 

 

गठिये का दर्द हमारे जीवन को प्रभावित कर सकता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस भी ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। रूमेटाइड अर्थराइटिस भी इसी तरह की बीमारी है जो घुटनों की खराबी का कारण बन सकती है।

 

कभी कभी टोटल नी रिप्लेसमेंट की जगह पर पार्शियल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी भी की जाती है। ऐसा इसीलिये होता है कि गठिया के शुरूआती चरण में घुटनो का बीच का हिस्सा ही प्रभावित होता है। डॉक्टर MRI के जरिये ही ये फेसला लेता है कि टोटल नी रिप्लेसमेंट करनी है या पार्शियल नी रिप्लेसमेंट।



कहाँ करवाएं रोबोटिक सर्जरी 

 

अगर आप भी घुटनों की दर्द से परेशान हैं और यह दर्द कई सालों से है तो फिर एक बार इसका चेकअप जरूर करवाएं। पुरानी घुटनो की दर्द के पीछे का कारण पता कर के इसका इलाज ही एकमात्र उपाय है। ऐसी दर्द के लिए पेन किलर लेना सही नहीं है। घुटनों की दर्द को ठीक करने के लिए, रोबोटिक नी सर्जरी बहुत ही कारगर है। 

 

तो बिना किसी देर किए आज ही बेहतरीन डॉक्टरों, बेहतरीन उपकरणों से लैस सोहाना हॉस्पिटल में आएं और रोबोटिक नी सर्जरी के जरिये अपने घुटनों के दर्द को ठीक करें। सोहाना अस्पताल, नार्थ इंडिया का ऐसा अस्पताल है जहाँ से अब तक सैंकड़ों लोगों से अपनी घुटने की दर्द का इलाज़ रोबोटिक नी सर्जरी के द्वारा करवाया है। अब यह सभी लोग एक दर्द मुक्त जीवन जी रहे हैं। 

Sohana Cancer Research Institute